इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में जिन 5 संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, उनमें राज कुशवाह भी शामिल है। राज सोनम के पिता की प्लाईवुड की दुकान पर काम करता था।
डेढ़ साल पहले तक वह सोनम के घर के पास ही रहता था। हत्या के आरोप सोनम पर भी लग रहे हैं। हालांकि सोनम ने खुद को पीड़िता बताते हुए उसका अपहरण होना बताया है।
राज कुशवाह का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें वह सोनम के पिता देवी सिंह को सहारा देते नजर आ रहा है। ये वीडियो राजा के अंतिम संस्कार के दिन का बताया जा रहा है।
सोनम के पिता देवी सिंह ने बताया कि राज दो दिन पहले हमारे घर आया था, उसने सबसे बातचीत भी की, लेकिन हमें पता नहीं चल पाया कि वह सोनम के साथ था या नहीं। कभी उस पर शक नहीं हुआ कि वह हत्याकांड में शामिल होगा। वह राजा के अंतिम संस्कार में पड़ोसियों को गाड़ी में लेकर पहुंचा था।
सोनम के घर आता-जाता था राज बताया जा रहा है कि राज कुशवाह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। वह कुछ सालों से देवी सिंह के यहां काम कर रहा था। विश्वसनीय होने के चलते उसका घर भी जाना जाना था। जिस दिन राजा रघुवंशी की डेड बॉडी इंदौर आई थी। उस दिन राज कुशवाह भी मौके पर मौजूद था। वह राजा के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था।
नंदबाग इलाके में रह रहे थे 4 आरोपी एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि राज कुशवाह, विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को हिरासत में लिया गया है। इनमें राज कुशवाह, विशाल चौहान और आकाश राजपूत को इंदौर से पकड़ा गया है। आनंद कुर्मी को बीना से पकड़ा गया है।
दंडोतिया ने बताया कि मेघालय पुलिस ने हमसे आरोपियों को पकड़ने के लिए मदद मांगी थी, हमने उन्हें पूरा सहयोग किया है। उधर, उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोनम को गाजीपुर से रिकवर किया है। मेघालय पुलिस सोनम से पूछताछ करेगी, तब खुलासा होगा कि वह हत्याकांड में शामिल है या नहीं।
राज से लगातार लोकेशन शेयर रही थी सोनम जानकारी के मुताबिक जिस दिन कामाख्या देवी के दर्शन के लिए निकले थे, वहीं से चारों पीछा कर रहे थे। सोनम राज को लगातार लोकेशन भेज रही थी। परिवार का दावा है कि दोनों का शिलॉन्ग जाने का कोई प्लान नहीं था। केवल गुवाहाटी से दर्शन करके लौटना था, लेकिन वे सोनम के कहने पर शिलॉन्ग और चेरापूंजी तक चले गए।
1132 किलोमीटर दूर पकड़ाई सोनम राजा की हत्या के बाद सोनम लापता हो गई थी। एक हफ्ते से लगातार रात के समय सफर करके पुलिस से बचने की कोशिश कर रही थी। वह वाराणसी से गोरखपुर होते हुए नेपाल भागने की फिराक में थी, लेकिन पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस और लोकेशन ट्रैकिंग की मदद से उसे सौहरा (शिलॉन्ग) से 1132 किलोमीटर दूर गाजीपुर से हिरासत में लिया है।
मां ने कहा- बेटा घूमने नहीं जाना चाहता था राजा की मां उमा के मुताबिक शादी के बाद 4 से 5 दिन तक सोनम हमारे यहां रही। घर में शिलॉन्ग जाने की कोई बात नहीं हुई थी। राजा घूमने नहीं जाना चाहता था। वह बहुत व्यस्त था। सोनम ने घूमने की इच्छा जाहिर की तो भी राजा ने मना कर दिया था। लेकिन सोनम ने खुद ही कामाख्या देवी के दर्शन के लिए टिकट बुक कर दिया था। इसके बाद उसने बेटे राजा को यह बात बताई। राजा ने मुझे बताया तब मैंने भी हां कह दी, लेकिन मुझे आश्चर्य तब हुआ जब सोनम ने रिटर्न का टिकट नहीं कराया।
मैंने यह बात राजा से भी कही, पर राजा ने बताया कि पांच-छह दिन में आ जाएंगे। उसने राजा से खासकर सोने की चेन पहनकर चलने को कहा था। उमा ने आगे कहा कि सोनम इतनी मीठी बातें करती थी कि कभी शक नहीं हुआ। अगर वह दोषी साबित होती है तो उसे मौत की सजा दो।