सुखीसेवनिया थाना क्षेत्र में धर्मांतरण का एक गंभीर मामला सामने आया है। यहां रहने वाले मजदूर अनिल कुशवाह को एक पुराने परिचित ने पैसों और दुकान का लालच देकर धर्म बदलने का प्रस्ताव दिया। पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद आरोपी कालूराम गौंड को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, अनिल कुशवाह मूलतः मजदूरी करता है और सुखीसेवनिया में रहता है। एकता नगर निवासी कालूराम गौंड फर्नीचर का काम करता है और उसकी अनिल से पहले से जान-पहचान थी। इसी का फायदा उठाते हुए कालूराम ने अनिल से कहा कि यदि वह ईसाई धर्म अपनाता है, तो उसे 50 हजार रुपए और एक किराने की दुकान खुलवाकर दी जाएगी। इससे उसकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी और उसे मजदूरी नहीं करनी पड़ेगी।
अनिल ने किया इंकार, पहुंचा पुलिस के पास
अनिल कुशवाह ने कालूराम के प्रस्ताव को ठुकरा दिया और सीधे सुखीसेवनिया थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी कालूराम गौंड स्वयं जनजातीय समुदाय से है और संभवतः उसका भी धर्मांतरण किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिले हैं कि कालूराम अकेला नहीं है, बल्कि वह किसी नेटवर्क के लिए काम कर रहा है जो भोले-भाले लोगों को पैसों का प्रलोभन देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित करता है।
चूंकि आरोपी ने 50 हजार रुपए और दुकान देने का लालच दिया था, पुलिस अब उसके बैंक खातों और लेन-देन की जांच कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि इस पूरे मामले के पीछे किसी संगठन या समूह का हाथ हो सकता है, जो बाहरी फंडिंग के जरिए यह गतिविधि संचालित कर रहा है।