आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) से जुड़े नेटवर्क पर एनआईए ने एक बार फिर बड़ा एक्शन लिया है। थाईलैंड से डिपोर्ट कर भारत लाए गए मोहसिन खान की गिरफ्तारी के बाद भोपाल और झालावाड़ (राजस्थान) में शनिवार को एक साथ छापेमारी की गई। इस कार्रवाई में कई डिजिटल डिवाइस, संदिग्ध दस्तावेज और धार्मिक साहित्य जब्त किए गए हैं।
मोहसिन को एनआईए ने 16 जून तक रिमांड पर लिया है। उसके मोबाइल, बैंक खातों और कॉन्टैक्ट्स की गहराई से जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, मोहसिन न केवल HUT के लिए फंड जुटा रहा था, बल्कि देशभर के कार्यकर्ताओं से सक्रिय संपर्क में था।
अशोका गार्डन इलाके में लंबे समय से रह रहा था एनआईए सूत्रों के मुताबिक मोहसिन भोपाल के अशोका गार्डन इलाके में लंबे समय से रह रहा था। वह HUT के सक्रिय सदस्यों से संपर्क बनाए हुए था और संगठन के लिए फंडिंग की व्यवस्था करता था। इतना ही नहीं, वह भोपाल जेल में बंद HUT के 17 आरोपियों में से कुछ के परिजन से लगातार संपर्क में भी था। उन परिवारों को आर्थिक मदद देता था।
2023 में जब HUT के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था, तब मोहसिन का नाम जांच में आया था। शुरुआती पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। हालांकि, उसके बाद एनआईए ने उस पर निगरानी बढ़ा दी और अब पुख्ता सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी की गई है।
मोबाइल और बैंक खातों में संदिग्ध गतिविधियां एनआईए ने मोहसिन के बैंक खातों की जांच में कई संदिग्ध ट्रांजैक्शन पकड़े हैं। वहीं, उसके मोबाइल फोन में कुछ ऐसी एप्लिकेशन मिली हैं जो आमतौर पर आतंकवादी संगठन आपसी संपर्क के लिए इस्तेमाल करते हैं। उसके पास से जब्त गैजेट्स को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है।
ऐशबाग का अकरम खान भी NIA की रडार पर एनआईए को जांच में मोहसिन का एक और करीबी अकरम खान भी संदिग्ध नजर आया है। अकरम ऐशबाग के बाग फरहत अफजा स्थित बी सेक्टर, इंद्रा कॉलोनी में रहता है। वह पहले टाइल्स और मार्बल की दुकान चलाता था, लेकिन अब बेरोजगार है। मोहसिन से उसके और उसके पिता के लगातार संपर्क में रहने की जानकारी सामने आई है।
एनआईए ने अकरम के घर पर करीब साढ़े तीन घंटे सर्चिंग की, जिसमें मोबाइल फोन, धार्मिक पुस्तकें और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए। अकरम और उसके पिता से पूछताछ भी की गई। पड़ोसियों का कहना है कि अब अकरम मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है।
राजस्थान के झालावाड़ में भी 2 ठिकानों पर दबिश एनआईए ने शनिवार को झालावाड़ के काजी चौक स्थित एक मकान और जामा मस्जिद के पास एक दुकान पर भी दबिश दी। इन ठिकानों से भी डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए FSL भेजा गया है। एजेंसी को उम्मीद है कि इन उपकरणों से संगठन के नेटवर्क और फंडिंग से जुड़ी अहम जानकारियां मिल सकती हैं।
सरकार पहले ही घोषित कर चुकी है आतंकी संगठन NIA का कहना है कि HUT का उद्देश्य देश में अराजकता फैलाकर लोकतांत्रिक सरकार को कमजोर करना और शरिया कानून के अधीन इस्लामिक शासन की स्थापना करना है।
बेरोजगार मुस्लिम युवाओं को बना रहे थे निशाना एनआईए की जांच में सामने आया है कि यह नेटवर्क खासतौर पर बेरोजगार मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जाने का प्रयास कर रहा था। उन्हें हथियारों और विचारधारा से लैस कर हिंसा फैलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
अशोका गार्डन थाना प्रभारी विजय भामरे ने बताया कि मोहसिन थाना क्षेत्र के पास ही शेडो इलाके में रहता था। फिलहाल एनआईए की कार्रवाई को लेकर थाने को किसी भी तरह की आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। यह स्पष्ट नहीं है कि टीम ने कब सर्चिंग की, क्या बरामद किया और किन धाराओं में कार्रवाई की गई।