स्पेन जा रही एक फ्लाइट 205 लोगों के साथ करीब 10 मिनट तक बिना पायलट के उड़ान भरता रहा। दरअसल, विमान का पायलट टॉयलेट गया था, तभी अचानक को-पायलट की तबीयत खराब हो गई, और वह बेहोश हो गया था।
इसका खुलासा 15 महीने बाद स्पेन की दुर्घटना जांच एजेंसी CIAIAC की एक नई रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल 17 फरवरी, 2024 को लुफ्थांसा के एयरबस A321 में यह घटना हुई।
फ्लाइट फ्रैंकफर्ट से सेविले, स्पेन जा रही थी। उस समय विमान में 199 यात्री और 6 क्रू मेंबर मौजूद थे।
लुफ्थांसा ने इंटरनल जांच की, लेकिन परिणाम नही बताए
पायलट बाथरूम से लौटा और कॉकपिट का दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन अंदर से लॉक होने के कारण वह दरवाजा नही खोल पाए। क्रू मेंबर ने को-पायलट से बात करने की कोशिश में इंटरकॉम पर कॉल भी किया।
जवाब न मिलने पर कप्तान ने इमरजेंसी कोड का इस्तेमाल कर कॉकपिट के अंदर गए, और विमान को कंट्रोल किया। को-पायलट को क्रू और एक यात्री डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार दिया। जिससे को-पायलट को होश आया।
जांच में पता चला कि को-पायलट को पहले से एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी थी, जिसके बारे में उसे पता नहीं था और यह उसके मेडिकल टेस्ट में भी नहीं पकड़ी गई थी। इसके बाद को-पायलट का मेडिकल सर्टिफिकेट रद्द कर दिया गया।
लुफ्थांसा ने जर्मन समाचार एजेंसी को बताया कि वे इस घटना के बारे में जानते है, और उनकी उड़ान सुरक्षा टीम ने इसकी जांच भी की थी, लेकिन इसके परिणाम सार्वजनिक नहीं किए गए थे।
रिपोर्ट- पायलट के बेहोश होने या मृत्यु की घटनाएं रेयर
रिपोर्ट में कहा गया कि उड़ान के दौरान पायलट के बेहोश होने या मृत्यु की घटनाएं रेयर होती हैं। यूरोपीय आयोग के 2019-2024 के डेटाबेस में 287 ऐसी घटनाएं दर्ज की गईं।
अमेरिका की 2004 की एक रिपोर्ट में 1993 से 1998 के बीच 39 ऐसी घटनाएं अमेरिकी पायलटों के साथ हुईं।